CST एप के द्वारा ठगी करने वाले निरंजन प्रधान खा रहे हैं जेल की हवा,साइबर पुलिस की तत्परता से हुआ था गिरफ्तार

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TUESDAY,26.MARCH,2024/CENTRAL DESK/BREAKING NEWS

राष्ट्र विहार ब्यूरो रिपोर्ट

यही है ठगी का लग्जरी थार गाडी ,साइबर थाने में खड़ी थी

DELHI/CENTRAL DESK/RASHTRA VIHAR LIVE 24 NEWS: फर्जी CST(सीएसटी) एप के माध्यम करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला शातिर  डा० निरंजन प्रधान इन दिनों इंदौर के सेंट्रल जेल की हवा खा रहा है।उसके कई लग्जरी गाडियां साइबर पुलिस ने जब्त कर थाने में जमा करा दिया है।साइबर पुलिस अधिकारी इंदौर शाखा के बालवीर सिंह रघुवंशी इस मामले को गहनता से जांच परख रहे हैं ।बीते 19 मार्च को बेस्ट बंगाल,राजस्थान,महाराष्ट्र,बिहार,मध्य प्रदेश के दो दर्जन से अधिक लोग साइबर पुलिस स्टेशन इंदौर पहुंचकर अपना-अपना शिकायत आवेदन देकर निरंजन प्रधान के खिलाफ कार्रवाई करने और उसके द्वारा ठगी किए गए रुपयों को वापस दिलाने की मांग की।सूचना को पाकर राष्ट्र विहार मीडिया की टीम इंदौर पहुंची।मीडिया के समक्ष सभी आवेदकों ने अपना दर्द बयां कर कहा कि निरंजन प्रधान कैसे लोगों से ठगी किया है| उसकी  पूरी दास्तां सुनाया।महाराष्ट्र प्रदेश के निवासी लखन बनबासे ने कहा कि निरंजन प्रधान ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को विश्वास में लिया।उसने खुद जूम मीटिंग लेकर लोगों को लुभावनी वादा देकर विश्वास में लिया।सभी को सीएसटी एप में इन्वेस्ट करने वालों को एक फीसदी रोज और कम समय में तीन गुना देने का वादा करता था।लखन ने कहा कि CST में 25 लाख से अधिक निवेश कर दिया।कुछ समय तक लाभ मिलने की बात बताई उसके बाद एप को बंद कर दिया गया।इस बाबत उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई है।बेस्ट बंगाल निवासी लक्ष्मी शर्मा ने अपना दर्द बयां किया कि निरंजन प्रधान के झांसे में आकर 10 लाख से अधिक निवेश कर दिया है।बदले में कुछ भी नही मिला।

देखें फोर्चुनर और महँगी बुलेट और बगल में एक कार खड़ी है,साइबर पुलिस कैम्पस में

उन्होंने कहा कि जब CST बंद होने का आभास हुआ तो नजदीकी साइबर पुलिस कार्यालय में शिकायत की।उस शिकायत को लेकर इंदौर पहुंची।उसकी कापी भोपाल DGP को दिया। भोपाल DGP ने त्वरित कार्रवाई करते हुए निरंजन प्रधान को राजस्थान के कोटा से गिरफ्तार कर लिया।हालांकि सूत्रों के मुताबिक निरंजन प्रधान अपने निवास स्थान समर्थ पार्क महू से ही गिरफ्तार किया गया था।वह छुप कर दूसरे प्रोजेक्ट को प्रमोशन कर रहा था।सभी शिकायत करता लक्ष्मी शर्मा को शेरनी के नाम से संबोधित किया जिन्होंने क्विक एक्शन लेते हुए गरीबों का करोड़ों  रुपए का ठगी कर लोगों का मुंह चिढ़ा रहा था।जब साइबर पुलिस ने कोर्ट में पेशी कर रिमांड पर लिया तो प्रत्यक्ष दर्शियों ने कहा कि निरंजन   को निवेशकों के सामने पिटाई भी की।पुलिस ने कहा कि सभी को पैसा लौटा दो तो उसने कहा कि मेरे पास पैसा नहीं है।जबकि पुलिस द्वारा जब्त एक फॉरचुनर,एक थार,एक कार,एक कीमती बुलेट कैंपस में था।पुलिस ने कहा कि इतनी महंगी गाडियां तुम्हारे पास है फिर भी कहते हो कि पैसा नही हैं।इस पर लक्ष्मी शर्मा ने कहा कि अब तुम जेल में ही तुम्हारी जंदगी कटेगी या फिर जब तक सभी इन्वेस्टरों का पैसा वापस नहीं करोगे।इंदौर निवासी मनोज जोशी ने अपना दर्द बयां किया कि  निरंजन प्रधान CST परियोजना शुरू करने के पहले ड्यूटी करने के बाद सीधा मेरे घर आकर विचार विमर्श करता था।उन्हें नही मालूम की निरंजन इतना फ्रॉड निकलेगा।मनोज जोशी ने कहा कि खुदा की बड़ी राशि इन्वेस्ट किए हुए हैं| जिसका कुछ भी लाभ नहीं मिला है।इंदौर निवासी अशोक जोशी के  साथ भी निरंजन प्रधान ने धोखाधड़ी किया है।उन्हें आगे कर प्लान प्रमोशन के लिए बोलने को कहा जाता था।जब उन्हें पता चला की प्रधान उनके साथ धोखा करेगा तो तो खुद को निरंजन प्रधान से अलग हो गए। साइबर पुलिस अधिकारी इंदौर के बलवीर सिंह रघुवंशी बड़े ही गंभीरता से इस मामले को छानबीन कर रहे हैं।शिकायत कर्ताओं से अनेक बिंदुओं पर गहनता पूर्वक पूछताछ की और सीएसटी का फंक्शन के बारे जानकारी हासिल की।सभी शिकायत कर्ताओं ने इंदौर साइबर पुलिस को धन्यवाद दिया।आगे अपडेट आने पर जानकारी शेयर की जाएगी|  पढ़ते रहिए राष्ट्र विहार न्यूज।दिल्ली डेस्क से प्रसारित।

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