TUESDAY,AUGUST,23,2022/BREAKING NEWS
News Desk/RASHTRA VIHAR LIVE NEWS: किसानों के चेहरे पर अभी भी उदासी छाई है।मानसून की हवा किसानों की स्थिति को हवा-हवाई कर रही है।बारिश की संभावना होती है, फुहारें गिरती है, लोग राह चलते रिमझिम बूंदों से तरबतर होते हैं, परंतु जमीन की सूखी पेट में इतनी सी पानी की बूंदें देखते ही देखते सुख जाती है।किसानों की स्थिति बेहाल हैं।आसमान की ओर निहारते ही आंखे फ़टी की फटी रह जाती है गरीब किसानों की।क्योंकि अब पछताए होत क्या,जब चिड़ियां चुग गई खेत वाली कहावत चरितार्थ हो रहा है। भादो का महीना चल रहा है और धान का बिछड़ा खेतों में ही मुरझा रहा है।इससे बिडम्बना उनके लिए और क्या हो सकती है। सरकार अभी गंभीर दिखाई नही दे रही है।जनप्रतिनिधियों का क्षेत्रीय दौरा भी बहुत कम दिखाई दे रहा है। प्रशासनिक सर्वे भी होनी चाहिए।कोई वैकल्पिक उपाय नही दिखाई दे रहा है किसानों के लिए।हालांकि सरकार की ओर से आश्वासन दिया जा रहा है कि किसानों के हित मे कदम उठाया जाएगा।