फर्जी थाना की नकली महिला दारोगा साहिबा करती थी क्राईम कंट्रोल,असली दारोगा का सामना हुआ तो खुला पोल 

Spread the love
5
(1)

WEDNESDAY,AUGUST,24,2022/STATE DESK,BREAKINGT NEWS

PATNA :RASHTRA VIHAR LIVE NEWS: पुलिस डिपार्टमेंट में सेंधमारी हो जाती है और वहां के अधिकारी को कानों-कान खबर नहीं चल पाती है|इसी तरह का फर्जी थाना खोलकर क्राईम कंट्रोल किया जाता था|

वैसे ही जिस तरह असली थाना के अधिकारी लोग करते हैं|DSP से लेकर दारोगा तथा पुलिस और अन्य कर्मचारी उस फर्जी थाना में तैनात थे|समय-समय पर थाना आकर DSP साहब औचक निरीक्षण भी करते थे|

सब कुछ वैसे ही व्यवस्था थी जैसे असली थाना में होती है|इस तरह की व्यवस्था से आखिर क्यों किसी को शंका होगी ? चौकीदार से लेकर प्यून,सिपाही,महिला कांस्टेबल तथा अन्य कर्मचारी ,ठीक उसी तरह बर्दी पहनकर सरकारी पेंट में कट्टा के साथ क्षेत्र में गस्ती करते थे|यह कब से और कैसे चल रहा था ,स्थानीय थाना को भनक तक नहीं लगा|एक गेस्ट हॉउस को सरकारी थाना की तरह रंगाई-पुताई कराया गया ,ठीक उसी तरह थाना का बोर्ड लगाया गया|उस नकली थाना में तैनात सभी लोगों को यह पता नहीं चला कि जो बर्दी और हथियार पास में है वह सबका –सब नकली है|स्थानीय लोगों पर पुलिसिया रौब झाड़ते थे|मामला तब उजागर हुआ जब असली थाना के दारोगा साहब गस्ती में निकले और ड्यूटी पर तैनात फर्जी महिला दारोगा से सामना हुई|फर्जी महिला दारोगा ने असली को “जय हिन्द” कहकर सैल्यूट किया|असली दारोगा साहब थोड़ी देर के लिए सकपकाए|जब फर्जी महिला दारोग के कमर में कट्टा देखा तो वह सोचने लगा कि इस महिला के पास हथियार कैसे आया? थाना में तो किसी महिला कांस्टेबल को हथियार ही नहीं दिया गया|माजरा समझते ही असली दरोगा ने उस महिला से बात करने लगा|फर्जी महिला दारोगा ने बताया कि मैं नजदीक के थाना में तैनात हूँ सर! असली दारोगा ने उस महिला के साथ अन्य साथियों को गिरफ्तार कर थाना ले आये|पूछ-ताछ के बात जो तथ्य सामने आया उसे सुनकर असली दारोगा के पैर तले से जमीन खिसक गई| यह वाक्या है बिहार के बांका शहर की जहाँ नकली थाना का सञ्चालन किया जा रहा था|मास्टर माइंड भोला यादव नामक शख्स ने नकली थाना खोलकर सारा-का –सारा नकली पदाधिकारी से लेकर कर्मचारी को तैनात कर दिया|”जनता जंक्शन” मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बांका शहर में एक गेस्ट हाउस को ही नकली थाना बना दिया गया और असली थाना की तरह रंगाई-पुताई करा दिया गया|इस तरह की व्यवस्था से किसी को शक भी नहीं हुआ|रिपोर्ट के अनुसार इस खेल में मास्टर माइंड भोला यादव का हाथ बताया जाता है|भोला यादव नकली थाना बनाता है,नकली DSP बनाता है,नकली दारोगा बनाता है|सब कुछ असली थाना की तरह व्यवस्था करता है जिससे किसी को कोई शक नहीं हो|बताया गया कि भोला यादव स्थानीय गांवों में युवा-युवतियों को पुलिस में भर्ती करने के नाम 50-60 हजार रूपये लेता था|उसे उसी नकली थाना में बुलाकर जोइनिंग लेटर और कट्टा देता था और कहता था कि यह सब असली है|लोगों को नकली थाना की व्यवस्था देख कर सोचते थे कि यह असली थाना ही है|क्योंकि समय –समय पर थाना में DSP जो नकली है वह निरिक्षण में अता था|मामले का खुलासा होने पर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया और भोला यादव नमक शख्स की तलाश में पुलिस जुटी है|

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 5 / 5. Vote count: 1

No votes so far! Be the first to rate this post.

5 1 vote
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x