पढ़ाई –लिखाई के साथ आत्मनिर्भर बनाने का किया जाता है पहल
FRIDAY,MARCH ,17,2023/BREAKING NEWS
भागलपुर से ब्यूरो रिपोर्ट
भागलपुर/RASHTRA VIHAR LIVE 24 NEWS: दिव्यांग एवं असहाय बच्चों के लिए रामानंदी देवी हिन्दू अनाथालय भागलपुर की अपनी अलग पहचान है|सन 20 दिसंबर 1925 इसवी को इस संस्थान की स्थापना हुई|अपने स्थापना काल से ही समाज के वैसे बच्चे जो असहाय और शारीरिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग के लिए बरदान सवित हो रहा है|वर्तमान में 19वें स्थान पर पदस्थापित रामानंदी देवी अनाथालय के सचिव शारजा नन्द मिश्रा ने राष्ट्र विहार के साथ शुक्रवार को खास बातचीत में बताया कि संस्थान में 0-6 वर्ष के कुल 18 बच्चे हैं जिन्हें सभी आवशयक सुविधाएँ दी जा रही है|पोषाहार युक्त भोजन से लेकर मनोरंजन के सभी उपकरण दिए जाते हैं जिससे बच्चों को किसी प्रकार का कमी फिल नहीं हो सके|उन सभी बच्चों को उचित देख-भाल किया जाता है|उन्होंने कहा कि असहाय एवं दिव्यांग कुल 12 लड़के –लड़कियां हैं जिन्हें उचित खान-पान के साथ अच्छी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दी जा रही है|श्री मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2014 से पहले कई लड़कियों की शादी भी कराई गई है|शादी के पूर्व परिवार वालों को अच्छी तरह से जांच परख कर शादी कराई गई है जो आज अच्छे परिवार में है|वह लड़की जब संस्थान आती है तो उन्हें मायका की तरह सम्मान देकर विदाई की जाती है|उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यों में आनंद की अनुभूति होती है|
सचिव श्री मिश्रा ने कहा कि रामानंदी देवी अनाथालय में समय-समय पर प्रशासनिक पदाधिकारियों और न्यायिक पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण भी किया जाता है, और मार्ग दर्शन भी दिया जाता है|वर्तमान में कुल 18 स्वयं सेवक संसथान में बच्चों के सेवा कार्य में लगे है|