जानें, जून महीने में मौसम का अनुमान , बादल और हवा का रुख कैसा होगा

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SATURDAY,10,2023/WEATHER UPDATE /BREAKING NEWS

ब्यूरो रिपोर्ट

दिल्ली/ONLINE DESK/RASHTRA VIHAR LIVE 24 NEWS: मौसम विभाग के अनुसार जून महीने में मौसम का कैसा रुख रहेगा इस पर सम्भावना व्यक्त किया गया है|हालाँकि अभी भीषण गर्मी चल रही है|गर्मी का पारा काफी ऊपर चढ़ रहा है जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलना जरुरी है| मौसम विभाग के अनुसार वायुमंडल में बन रहे मौसम सिस्टम (weather system) के कारण अरब सागर में एक डिप्रेशन (depression) बन रहा है। इसके जल्द सक्रिय होने की संभावना है जिससे देश के कई राज्यों में बारिश की संभावना है। जून के शुरुआती दिनों में इस डिप्रेशन का असर दिखाई देगा जिससे 5 से 6 दिनों के दौरान आपको बारिश, आंधी की गतिविधियां देखने का मिल सकती है। हालांकि मौसम विभाग की ओर से जून में तापमान बढ़ने की बात भी कही गई है, लेकिन इसी के साथ कई राज्यों में प्री-मानसून की गतिविधियां भी देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून केरल में कुछ देरी से दस्तक देगा। लेकिन पश्चिमी तट पर बारिश की गतिविधियां बेहतर रहेंगी। 5 से 6 जून के आसपास अरब सागर में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा जो धीरे-धीरे सशक्त होकर डिप्रेशन बन सकता है। इसके प्रभाव से मानसून के आगे बढ़ने की रफ्तार रूक सकती है। इसका असर यह होगा कि जून का पहले पखवाड़े में सामान्य से कम बारिश देखने को मिलेगी। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के पहाड़ों पर सक्रिय होने से पहाड़ी इलाकों में बारिश होगी। इस दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं राजस्थान और मध्यप्रदेश में तेज बारिश की संभावना है। वहीं निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार 5 जून तक दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद जताई गई थी|

मौसम विभाग ने अनुमान लगाया कि दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र, बंगाल की दक्षिण खाड़ी, बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी और पूर्वोत्तर की खाड़ी के कुछ हिस्से मानसून से पहले बनने वाले डिप्रेशन से प्रभावित रहेंगे। मौसम विभाग अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान (Today’s Weather) उत्तर पश्चिमी भारत में गरज, बिजली और कभी-कभार तेज हवाओं के साथ हल्की से लेकर मध्यम, छिटपुट से लेकर व्यापक बारिश होने की संभावना है। दक्षिण भारत के केरल में गरज के साथ बिजली चमकने या तेज हवाओं के साथ हल्की से लेकर मध्यम व्यापक बारिश होने की संभावना है। लक्षद्वीप, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में छिटपुट बारिश की संभावना है। वहीं पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 40-50 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और इसके बाद कम होने की संभावना है। उत्तराखंड के छिटपुट स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में 2 से लेकर 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। वहीं अगले दो दिनों के दौरान और इसके बाद कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं दिखाई देगा। अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि इस दौरान बिहार और पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति बने रहने की संभावना है। 10 जून को अधिकतम तापमान 34 डिग्री व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रह सकता है। आसमान में बादल छाए रहेंगे, थोड़ी बारिश संभव है। इस दौरान हवा की रफ्तार 14 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।

*11 जून को अधिकतम तापमान 33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रह सकता है। आसमान में बादल छाए रहेंगे, थोड़ी बारिश संभव है। इस दौरान हवा की रफ्तार 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।

*12 जून को अधिकतम तापमान 33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रह सकता है। आसमान में बादल छाए रहेंगे, थोड़ी बारिश संभव है। इस दौरान हवा की रफ्तार 31 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।जून माह में पर्याप्त वर्षा की सभावना नहीं जताई गई है|इससे किसानों में निरासा है क्योंकि रोहिणी नक्षत्र में वर्षा का विशेष महत्त्व है|इसी वर्षा से इस साल का पूर्वानुमान किसान लगा लेते हैं|बुजुर्ग एवं अनुभवी किसानों का मानना है कि रोहिन नक्षत्र में वर्षा का होना साल का शुभ संकेत माना जाता है|

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