MONDAY,13,MAY,2024/CENTRAL DESK/BREAKING NEWS
विशेषज्ञ की कलम से …….
ONLINE CENTRAL DESK/RASHTRA VIHAR LIVE 24 NEWS:अगर आप बेरोजगार हैं और अपना जीवन बदलना चाहते हैं तो यह आइडिया आपके लिए बेहतर होगा|पुरे आलेख को पढ़कर अपने लाइफ स्टाइल को बेहतर बना सकते हैं|
अपना खुद का बिजनेस चलाना एक स्ट्रेसफुल, लेकिन ये करियर की और लाइफ की एक अच्छी चॉइस हो सकता है। इसमें आपके टाइम और फोकस की जरूरत पड़ती है। इसके पूरी तरह से जमने से पहले अपने काम को जीना सीखें, ताकि आप इसे करने की आदत में आ जाएँ। बिजनेस को किस तरह से शुरू करना चाहिए, उसे लेकर काफी सारे अलग तरह के विचार मौजूद हैं। शुरुआत करने के लिए नीचे कुछ बेसिक आइडियाज दिए हुए हैं।
एक आइडिया पाएँ: आप कुछ भी करना शुरू करें, उससे पहले आपको एक आइडिया की जरूरत पड़ेगी। एक क्लियर इमेज पाने के लिए आप कुछ मार्केट रिसर्च भी करके देख सकते हैं। ये कुछ ऐसा होना चाहिए, जिसे लेकर आप पैशनट हैं, क्योंकि आपका ये नया बिजनेस अब से आपका सारा टाइम और मनी लेने वाला है।
ऐसी चीजों के बारे में सोचकर एक ऐसा बिजनेस आइडिया पाएँ, जिनकी लोगों को जरूरत है और वो जिसके लिए पे भी करने को तैयार हैं, जो आपके एरिया में या ऑनलाइन नहीं मिलती है या जिसे आप और किसी से ज्यादा बेहतर तरीके से प्रोवाइड कर सकते हैं।
ये पॉसिबल है या नहीं, इसके बारे में भी सोचें: एकदम से बहुत ज्यादा आगे बढ़ने से पहले, सोचकर देखें, कि आपका आइडिया कितना मुमकिन है। क्या ये कोई ऐसी चीज़ है, जिसके लिए लोग सच में पे करना चाहेंगे? क्या इससे आपको इतना प्रॉफ़िट मिल पाएगा, जिसके लिए आप आपका टाइम दे रहे हें? आपको इस बात को लेकर भी सुनिश्चित होना होगा, कि आप इसे आगे लेकर जाना चाहते हैं। वैसे तो एक ऐसा कंप्यूटर होना काफी अच्छा होगा, जो अचानक ही बस मेजिक करके आपके सामने फूड लाकर रख दे, जो कि पूरी तरह से नामुमकिन है।
सुनिश्चित कर लें, कि वो एकदम यूनिक है: आपका आइडिया चाहे जो भी क्यों न हो, बस इसके मुमकिन होने की पुष्टि कर लें। ये आपको काम्पिटिशन को कम करने या खासतौर पर इसका सामना करने में आपकी मदद करेगा, जो आपके बिजनेस को ज्यादा सक्सेसफुल बना देगा। किसी मौजूदा प्रोडक्ट में जरा सा कुछ एक्स्ट्रा एड कर देना (ब्लू रेड वाइन या इसी तरह का कुछ करना) आपके बिजनेस को बढ़ाने के हिसाब से काफी नहीं होता है, तो इसलिए अपने दिमाग के घोड़ों को दौड़ाना शुरू कर दें!
इस काम में लगने वाली लागत को तय कर लें: आपको किसी भी इन्वेस्टर्स के सामने पेश करने लायक एक सॉलिड प्लान की जरूरत पड़ेगी और इसके ऊपर लगने वाली लागत को निर्धारित करना, इसकी शुरुआत करने की सबसे अच्छी जगह होती है। ये आपको एक आउटलाइन बनाकर देगा और ये तय करने में भी आपकी मदद करेगा कि आपको उस प्रोडक्ट को बनाने में या आपके द्वारा सोची हुई सर्विस को ऑफर करने के लिए कितने पैसों की जरूरत पड़ेगी। इसमें प्रोडक्शन कॉस्ट, शिपिंग्स, टैक्स, वर्कर्स की सैलरी, ऑफिस (काम करने की जगह) का रेंट, बगैरह शामिल है|
आपके बिजनेस में लगने वाली लागत, ये तय करने में बहुत बड़ी भूमिका अदा करेगा, कि आपको आपके बिजनेस से कोई प्रॉफ़िट मिलने भी वाला है या नहीं, क्योंकि आपको अपने बिजनेस को बनाए रखने के लिए, इससे भी ज्यादा कमाई करने की जरूरत पड़ेगी
अपने पोटेन्शियल (संभावित) मार्केट के बारे में निर्धारित करें: एकदम सच्चे रहें। असल में कितने लोग आपके बिजनेस का यूज करेंगे? वो आपकी सर्विसेज को यूज करने के लिए कितना पे करेंगे? अगर ये नंबर, आपके बिजनेस में बने रहने के कॉस्ट के कम्पेरिजन में काफी छोटे आते हैं, तो आपको एक बार फिर से इसके बारे में सोचना होगा या अपने प्लांस को ही बदलकर देखना चाहिए।
रुकावटों के बारे में भी सोचें: आपको अपने बिजनेस को चलाते रहने के बीच में आने वाली सारी रुकावटों या परेशानियों का सामना करने के लिए, पहले से ही प्लान तैयार करके रखना चाहिए।
अपने काम्पिटिशन के बारे में भी सोचें; अगर उनके मार्केट शेयर या प्रोडक्ट ऑफरिंग बहुत स्ट्रॉंग और स्टेबल हैं, तो फिर आपको मार्केट में अपनी पकड़ बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। कोई भी इंसान एक ऐसे प्रोडक्ट को नहीं खरीदना चाहेगा, जिसका प्राइज किसी पहले से मौजूद प्रोडक्ट के ही बराबर हो या ये किसी अच्छे प्रोडक्ट या सर्विस का और महंगा वर्जन हो।
इसके साथ ही आपको उससे जुड़े हुए, खासतौर पर टैक्स से जुड़े हुए नियमों और क़ानूनों को भी जानना होगा। आपको आपकी लोकल स्टेट अथॉरटीज़ से और साथ ही आईआरएस (IRS) से जानकारी लेना अनिवार्य पहलू है|
किसी तरह की प्रोहिबिटिव कॉस्ट न होने की भी पुष्टि कर लें, जैसे कि ऐसा कोई इक्विपमेंट, जो आपके बिजनेस से प्रॉफ़िट मिलने के हिसाब से काफी महंगा हो। जैसे कि, कार्स को तब तक नहीं बनाया जाता, जब तक कि उन्हें अच्छे इक्विपमेंट्स का यूज करते हुए सस्ता बनाने की पुष्टि न हो जाए
एक बजट लिखकर रखें: एक बार जब आपको आपके बिजनेस पर लगने वाली लागत का अंदाजा मिल जाए, फिर मार्केटिंग के लिए एक बजट लिखकर रख लें, जो ये दर्शाता हो, कि आपके पास में ऐड्वर्टाइज़िंग के ऊपर खर्च करने के लिए कितने पैसे मौजूद हैं।
अपने बजट पर फिट होने वाले आइडियाज तैयार करें: एक बार जब आपको मालूम हो जाए, कि आपके पास में कितने पैसे हैं, फिर अलग-अलर तरह की मार्केटिंग पर लगने वाली कॉस्ट के ऊपर रिसर्च करें और फिर ऐसे आइडियाज को लेकर आएँ, जो उन मेथड्स पर फिट बैठते हों और आपकी प्राइज़ रेंज के हिसाब से इफेक्टिव हों। अगर आपके पास में मार्केटिंग पर खर्च करने के लायक काफी सारे पैसे हैं, तो आप एक कमर्शियल शूट करने के बारे में भी सोच सकते हैं। अगर आपको पास में ज्यादा कुछ न हो, तो तो फिर आप सोशल मीडिया को इफेक्टिव तरीके से यूज करने के तरीकों के बारे में सोच सकते हैं, जो सच में काफी इफेक्टिव होते हैं और जिनमें बहुत कम पैसों की लागत लगती है।
मार्केटिंग की टाइमिंग और लोकेशन को प्लान करें: एक बार आप आपके हिसाब से मार्केटिंग करने के तरीके को चुन लें, फिर सोचकर देखें, कि ऐड्वर्टाइज़ करने के लिए सबसे इफेक्टिव प्लेसेस, दिन का कौन सा वक़्त, मंथ, या इयर सबसे अच्छी तरह से मदद करने वाला है।
आपको इस बात को लेकर भी सुनिश्चित होना होगा, कि आप मार्केटिंग के जिस भी टाइप का यूज कर रहे हैं, वो आपके द्वारा चाहे हुए लोगों के द्वारा आपके प्रोडक्ट या सर्विसेज पर, इन्टरेस्ट खींचकर लाने में निपुण है या नहीं।अपने प्रोडक्ट का प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का यूज करना आपके लिए ठीक होगा। वहीं अगर आप आपके नए डांस क्लब,स्कूल,नाई कंपनी,या फिर किसी प्रकार का प्रोडक्ट की ऐड्वर्टाइजिंग करना चाहते हैं, तो फिर सिर्फ एक प्रिंटेड पेपर शायद आपकी ज्यादा मदद न कर पाए। अगर आपकी सर्विसेज सीजनल हैं, तो फिर आपको ये भी तय करना होगा, कि सालभर का ऐसा कौन सा वक़्त है, जो इसकी ऐड्वर्टाइजिंग के लिए सही रहेगा। इसके साथ ही टेलीविज़न पर आने वाली ऐड्वर्टाइजिंग का टाइम भी ऐसा तय होना चाहिए, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देख सकें।
पूंजी के लिए अपने बैंक से बात करें: एक ऐसे बैंक से बात करें, जिसके साथ में आपके रिश्ते पहले से ही अच्छे हों। उनसे पूछकर देखें, कि वो किस तरह के बिजनेस स्टार्ट-अप लोन्स ऑफर करते हैं और वो आपके बिजनेस को किस तरह से फायदा दे सकते हैं। आपके द्वारा पहले से जाने हुए किसी बैंक का यूज करने पर, आपके बैंक का आपके फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स पर आसानी से एक्सेस होगा और उन्हें आप पर इन्वेस्ट करने में ज्यादा कोई तकलीफ भी नहीं होगी
लोकल इन्वेस्टर्स पाएँ: अगर बैंक का लोन आपके लिए पर्याप्त नहीं होगा, तो फिर किसी लोकल इन्वेस्टर्स की भी तलाश कर लें। ऐसे न जाने कितने ही बड़े बिजनेस टायकून या ऐसे ही कुछ अमीर लोग मिल जाएंगे, जो आपको सफल बनाने में अपनी ओर से मदद देने को तैयार हो सकते हैं। अपने एरिया में मौजूद ऐसे लोगों के ऊपर रिसर्च करें, जिनके पास में फंड हो और जो आपकी मदद करने के लिए तैयार हों।
वेंचर कैपिटलिस्ट्स या एंजल इन्वेस्टर्स की तलाश करें: एंजल्स काफी हाइ नेट वर्थ के इंसान होते हैं और वेंचर कैपिटलिस्ट्स कंपनीज़ होती हैं। ये दोनों ही किसी स्टेक (पार्टनरशिप) के लिए हाइ रिस्क वेंचर फंड देते हैं और अक्सर ही एक्सपीरियन्स, मेनेजमेंट एक्स्पर्टीज़ और कांटैक्ट्स लाकर देते हैं। ये अक्सर ही नेटवर्क या एसोशिएशन के जरिए काम किया करते हैं|
फ्रेंड्स और रिलेटिव्स के पास जाएँ: ऐसे लोग जो आपको काफी लंबे वक़्त से जानते हैं, ऐसा कहा जा सकता है, कि उन्हें आपकी एबिलिटी और इंटेंशन्स पर भी पूरा भरोसा हो सकता है। ये असल में ऐसे लोग होते हैं, जो अगर कभी भी शुरुआती दिनों में आप किसी मुश्किल हालत में फँस जाते हैं, तो ये पैसों के जरिए आपकी मदद करके, आपके साथ खड़े रहने को तैयार रहते हैं। हालांकि, इस बात को भी क्लियर कर दें, कि उनके पैसे एक रिस्क केपिटल में लगने वाले हैं और वो शायद उन्हें हमेशा के लिए भी खो सकते हैं या फिर कुछ ही वक़्त में उसे वापस भी पा सकते हैं।
क्राउड़-फंडिंग का यूज करें: अगर आप अभी भी अपने बिजनेस के लिए भरपूर फंड नहीं जुटा पा रहे हैं, तो अब शुरुआत करने के लिए जरूरी पैसे इकट्ठे करने के लिए वेबसाइट का यूज करें। फंडिंग सोर्सेज के काफी सारे बेनिफिट्स हुआ करते हैं: आपको मिलने वाले पैसों के ऊपर आपको ब्याज नहीं देना होता है (जैसे कि ये वो पैसा है, जिसे असली प्रोडक्ट या सर्विस प्रोवाइड करने के लिए यूज किया जाता है) और ये न सिर्फ आपको ब्याज देने से बचाने में मदद करती है, साथ ही ये आपके कस्टमर बेस को बनाने में भी मदद करती है। आपके बिजनेस के पहले से ही सैकड़ों या हजारों कस्टमर्स होने वाले होंगे और वो दूसरे लोगों को भी आपके पास मौजूद प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में बताने को तैयार होंगे।
रिपोर्ट: आप चाहे जिस भी सोर्स से फंड ले रहे हों, अपने फाइनेंशर्स को वक़्त-वक़्त पर, आमतौर पर साल में दो बार ऑपरेटिंग, स्ट्रेटजिक और अकाउंटिंग इन्फॉर्मेशन प्रोवाइड करते रहना न भूलें। अगर ऐसा हो सकता हो, कि सभी लोग खुद आ सकते हों, तो एक बोर्ड मीटिंग करना भी एक अच्छा आइडिया होगा। अगर सब नहीं आ पा रहे हैं, तो टेलीकॉन्फ्रेंस के जरिए इसे करें।
एक ऑफिस तलाश लें: आपको अपना बिजनेस चलाने के लिए एक स्पेस की जरूरत होगी। अगर आपको जरा सी जगह की जरूरत है और आपके पास में कोई भी एम्प्लोयी नहीं है तो आप एक होम ऑफिस भी बना सकते हैं या फिर इसके लिए एक पूरी वर्कशॉप या वेयरहाउस की जरूरत भी पड़ सकती है। किसी फेंसी एड्रेस को यूज करने के बजाय एक कम कीमत वाली जगह या बिजनेस प्लेस का यूज करें। कुछ यूनिवर्सिटीज़ एक इनोवेटिव साइंटिफिक आइडिया के चलते, नए बिजनेस के लिए कम रेंट में स्पेस उपलब्ध करती हैं। ये पूरी तरह से आप क्या करने वाले हैं और आप आपके बिजनेस को कितना बड़ा करना चाहते हैं के ऊपर डिपेंड करता है। बस इस बात की पुष्टि कर लें, कि वो जगह आपके द्वारा किए जाने वाले काम के लिए कानूनी तौर पर ठीक है और आपके बजट में भी है।
इक्विपमेंट्स खरीद लें: उन सारी चीजों को खरीद लें, काम शुरू करने के लिए जरूरी सारी चीजों को खरीद लें। ये कोई मेकिनिकल इक्विपमेंट, कम्प्यूटर्स, टेलीफोन या क्राफ्ट सप्लाइज, कुछ भी हो सकता है। ये पूरी तरह से इस बात पर डिपेंड करता है, कि आप क्या कर रहे हैं। बिजनेस सप्लाइ कंपनीज़ से खरीदने की कोशिश करें, जैसे कि ये आपको अच्छा-खासा डिस्काउंट दे सकते हैं। अगर आपके पास में कम पैसे हैं, तो फंड को आपके रास्ते की रुकावट न बनने देने के हिसाब से आपके लिए लीज या रेंट भी एक अच्छा ऑप्शन रहेगा
एक रिकॉर्ड सिस्टम तैयार करें: टैक्स का हिसाब करने से लेकर आपके द्वारा आपके कस्टमर रिकॉर्ड से कुछ पैसों की कमी देखने तक, ये जानने के लिए, कि मिस्टर मिश्रा ने अपना बिल पे किया भी है या नहीं, इस सब के लिए आपको आपके बिजनेस के सही ढ़ंग से बढ़ने के बारे में जानने के लिए, सारे रिकॉर्ड्स को तैयार रखना होगा। हर एक चीज़ को ढ़ंग से ऑर्गनाइज़ रखने के लिए फ़ाइल केबिनेट्स, लेबल्स और डिजिटल रिकॉर्ड्स सॉफ्टवेयर के ऊपर इन्वेस्ट करें।
मार्केटिंग और पीआर (PR) का यूज करें: आपको कस्टमर्स को कुछ इस तरह से अप्रोच करना होगा, ताकि वो आपके बिजनेस का यूज करने लग जाएँ। ये करना उस वक़्त और भी जरूरी हो जाता है, जब आपके पास में एक जमा हुआ, रेगुलर कस्टमर बेस न हो।
कुछ इस तरह से ऐड्वर्टाइज़ करें, ताकि आपके कस्टमर्स का सारा ध्यान आपके बिजनेस की ओर खिंचा चला आए और जहां तक हो सके, उनकी उम्मीदों को भी पूरा करने वाला लगे। क्रिएटिव बनें और अपने कस्टमर्स के हिसाब से जरूरी बातों को अपने बिजनेस में यूज करें।
कुछ सही लोगों को, आप जो भी कुछ करते हैं, उसके फ्री सैंपल्स बांटें, ताकि वो लोग आपके पास मौजूद चीज़ के बारे में अच्छी-अच्छी बातें बोल सकें। अच्छे शब्द (मतलब कि अच्छे पीआर) नए कस्टमर्स को अट्रेक्ट करने का सबसे अच्छा तरीका होता है। अगर आपको बैड रिव्यू मिलता है या नेगेटिव फीडबेक पाते हैं, तो पॉज़िटिव तरीके से रिस्पोंड करें और उस प्रॉब्लम को फिक्स कर दें। अगर आप गलतियों को सुधारने के लिए तैयार रहेंगे, तो लोग भी गलतियों की तरफ कम जजमेंटल होना शुरू कर देंगे
ओल्ड फ़ैशन्ड नेटवर्किंग का यूज करें: कान्फ्रेंस में जाएँ, चेरिटी ग्लास, कोम्प्लिमेंट्री बिजनेस के साथ मीटिंग्स करें और ऐसी हर उस जगह पर जाएँ, जहां पर ज़्यादातर कस्टमर्स के आने की उम्मीद हो। दूसरे शब्दों में कहें, तो: बाहर लोगों के बीच जाएँ और लोगों के साथ घुले-मिलें। अपने फ्रेंड्स कनेक्शन की मदद से ऐसे लोगों से मिलें, जो शायद आपकी मदद कर सकें। बिजनेस स्टार्ट करने के लिए इस तरह के इन्टरैक्शन काफी जरूरी होते हैं। वैसे भी किसी दीवार के अंदर आप कब तक छिपकर रह सकते हैं|
अच्छी कस्टमर सर्विस स्किल्स अपनाएं: लोगों के साथ अच्छी तरह से इन्टरैक्ट करें। लोग जो कुछ कहना चाहते हैं, उसे समझे की कोशिश करें। उनकी ऐसी जरूरतों के बारे में बताना सीखें, जिसे उनके पास होने के बैड भी वो समझ नहीं पा रहे हैं। लोगों को खुश करने के तरीके सीखें। चार्मिंग बनें। और सबसे जरूरी, हम्बल होना सीखें। हो सकता है, कि कस्टमर शायद हमेशा सही न हो, लेकिन आपको उन्हें ऐसा महसूस कराते आना चाहिए, कि वो सही हैं।
एक वेबसाइट बनाएँ: सारी दुनिया अब ऑनलाइन आ गई है। ऐसा कोई भी बिजनेस, जो आने वाले 10 सालों तक सर्वाइव करना चाहता है, उसे अपनी वेबसाइट बनाना ही होगी। लोग आप से कांटैक्ट करने के लिए, आपकी लोकेशन को पाने के लिए, आपके काम करने के वक़्त को जानने के लिए, आप से सवाल करने के लिए, कुछ सलाह देने के लिए और शायद आपकी सर्विस या प्रोडक्ट्स को खरीदने के भी इसे यूज करेंगे। अगर आपकी कोई ऐसी वेबसाइट और सर्विस है, जो इन्टरनेट के ऊपर मौजूद है, तो आप आपके सर्विस एरिया को सिर्फ अपने एरिया से आगे और यहाँ तक कि दुनियाभर में भी फैला सकेंगे|
पेमेंट की मांग रखें: लोगों को आपका फायदा न उठाने दें। एक खास विंडो ऑफ टाइम (आपके काम के हिसाब से जो ठीक लगे) के लिए पेमेंट की मांग रखें। जितना जल्दी हो सके, उतना जल्दी लोगों को इनवॉइस दें। अगर कोई इंसान पेमेंट देने में लेट हो जाता है, तो उन से बात करें। अगर आप इन प्रॉब्लम्स को, इनके ठीक होने की आश में इग्नोर करते जाएंगे, तो आप खुद को फ्री में बिजनेस करता हुआ पाएंगे और आपका सारा बिजनेस चौपट हो जाएगा।
क्रेडिट कार्ड्स लें: आजकल बहुत कम ही लोग प्रोडक्ट या सर्विस के लिए कैश में पे किया करते हैं। अगर आप क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स एक्सेप्ट करते हैं, तो ये आपके बिजनेस के लिए ज्यादा आसान रहेगा, साथ ही अकाउंटिंग का रिकॉर्ड रखने में भी मदद करेगा। अगर आप खुद को अजीब तरह से फीस लेने से सेफ रखना चाहते हैं या आपके बिजनेस को और भी बढ़ाना चाहते हैं, तो स्क्वेर (Square) का यूज करने के बारे में सोचें। ये डिवाइस स्मार्टफोन्स में या टैबलेट में प्लग किया जाता है और ये आपको कस्टमर के कार्ड को स्वाइप करने देता है|
एक ऑनलाइन सिस्टम सेट अप करें: अगर आप आपके प्रोडक्ट को ऑनलाइन सेल करने का प्लान कर रहे हैं, तो आपको एक ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम सेटअप करना होगा। पेपल (PayPal) जैसी सर्विसेज इसे काफी आसान बना सेती हैं। आपके लिए कौन सी मेथड ठीक रहेगी, के ऊपर रिसर्च करें। हालांकि, आपको आपके द्वारा यूज किए जाने वाले सिस्टम के सिक्योर होने की भी पुष्टि करना है। आपको आपकी किसी भी इन्फॉर्मेशन या आपके कस्टमर्स की इन्फॉर्मेशन को हैक नहीं होने देना है, न ही इसका किसी को गलत फायदा उठाने देना है।
उचित सलाह हासिल करें
अपने प्रोडक्ट/सर्विस के न सिर्फ आपकी कम्यूनिटी में, बल्कि सभी पब्लिक एरिया में अपीलिंग होने की पुष्टि कर लें, और अगर आप इसे अपीलिंग नहीं बना सकते हैं? तो सेंसिबल हो जाएँ।
आपकी पहचान में मौजूद ऐसे लोगों से बात करें, जो एक होम बेस्ड बिजनेस रन करते हैं। वो आपको बिजनेस की शुरुआत करने में मदद कर सकेंगे।
इस बात को समझ लें, कि बिजनेस को सही स्पीड में लाने में आपको वक़्त लग सकता है। ज़्यादातर बिजनेस में एकदम शुरुआत से ही प्रॉफ़िट नहीं मिलने लग जाता है और न ही आपको ऐसा होने की उम्मीद लगाना चाहिए। आपको अपना खुद का बॉस बनने के लिए काफी सारे सैक्रफाइसेस करने (नुकसान झेलना) होंगे।
जब आप आपके बिजनेस के लिए वर्कर्स को हायर कर रहे हों, तब वर्कर्स का काफी गहराई से रिव्यू करने और इंटरव्यू लेने की पुष्टि जरूर कर लें। आपके पास में उनकी असली इन्फॉर्मेशन, पासपोर्ट्स, आईडी, पिछले काम, लाइसेन्स और ऐसी ही और भी दूसरी चीजों की इन्फॉर्मेशन रख लें, जिनके ऊपर वो सच में डिपेंडेंट हैं।
पेमेंट को आसान और लोगों के द्वारा अफोर्ड करने लायक बनाएँ। क्रेडिट कार्ड्स एक्सेप्ट करें, मंथली पेमेंट प्लान्स ऑफर करें, बाय वन गेट वन फ्री ऑफर करके या सेल प्राइज़ देकर प्रोडक्ट्स को प्रमोट करें।
जब आप एक नाम, स्लोगन, सर्विसेज बगैरह के बारे में फैसला ले रहे हों, तब दूसरों लोगों से इनके बारे में उनकी राय मांगकर देखें।
अपने पेरेंट्स से मदद की मांग करें।
अपने फ्रेंड्स, रिलेटिव्स और कलीग्स से पूछें और अपने शुभचिंतकों (वेलविशर्स) और सपोर्टर्स की मदद से कुछ अच्छा प्लान करें।
एकदम ओरिजिनल आइडिया के साथ आएँ। अगर आप कुछ सॉफ्टवेयर से जुड़ाव कर रहे हैं, तो ऐसे में सिम्प्लिसिटी, ओरिजिनेलिटी और फंक्शन ही इसकी असली पहचान होती है। आपको उन सारे फीचर्स को पाना होगा, जो एक नॉर्मल सॉफ्टवेयर में हुआ करते हैं, साथ ही यूजर्स की सहूलियत के हिसाब से और भी चीजों को ध्यान में रखना होगा।
आपके नए एम्प्लोयी के इस नए जॉब के साथ कम्फ़र्टेबल होने की पुष्टि करने के लिए, उन्हें ट्रेनिंग देकर योग्य बना दें ताकि आपको सफलता की ओर ले जाने मदद मिल सकता है|यह आइडिया आपको कैसा लगा?कमेन्ट बौक्स में लिखाकर अपना विचार दें|
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