MONDAY,29,MAY,2023/रोजगार समाचार
हमारे एक्सपर्ट का रिपोर्ट
बर्बरीक नस्ल की बकरी
रोजगार समाचार/RASHTRA VIHAR LIVE 24 NEWS:अगर आप पढ़े –लिखे हैं और घर को समृद्ध करना चाहते हैं, तो बिना देर किए इस रोजगार को शुरू कर सकते हैं|यह रोजगार रुपयों की बरसात कर देगा|आपकी सोच से भी अधिक आपकी कमाई होगी|हमारा रोजगार समाचार से आप अच्छे अनुभव कर शुरू करने की तैयारी कर सकते हैं| अगर आपको आर्थिक रूप से समृद्ध होना है तो आप जल्दी बकरी पालन रोजगार को शुरू करें|यह रोजगार कम समय में ही आपको मालामाल कर सकता है|अच्छे नस्ल का चयन कर उचित प्रबंधन से बकरी पालन करने वाले किसान आज लाखों रूपये महिना का कमाई कर रहे हैं|घर में बकरी पालन तो करीब सभी लोग करते हैं परन्तु सुनियोजित तरीके से नहीं कर पाते है जिससे बहुत कम लाभ मिलता है|हमलोग सभी जानते हैं|बिहार प्रदेश में दो तरह के लोग रहते हैं|एक खेतिहर और दूसरा खेतिहर मजदुर|इन लोगों का खेती-बारी के अलावा काफी समय बचा रहता है| बचे समय में बकरी पालन कर सकते हैं|बकरी की सबसे बड़ी विशेषता है कि वह किसी भी स्थान में बिना पर्याप्त साधन के रखी जा सकती है|आमतौर पर बेकार समझी जाने वाली चीजों को खाकर भी वह हमें लाभ देती है|इस प्रकार बकरी पालन का धन्धा विकसित कर अतिरिक्त आमदनी हासिल किया जा सकता है|बकरी पालन रोजगार मुख्य तीन बातों पर निर्भर है पहला है नस्ल का चयन,दूसरा है उचित प्रबंधन जिसमे रख-रखाव से लेकर खान-पान है, और तीसरा है व्याधि का समय पर उपचार करना|जो किसान इन सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर विशेष ध्यान देकर बकरी पालन शुरू करते है| निश्चित तौर पर उनकी आमदनी कई गुना बढ़ जाएगी|
उस्मानावादी नस्ल की बकरी
मुनाफा के ख्याल से बकरी पालन करने वाले किसान उन्नत नस्ल की प्रमुख बकरियों का चुनाव करना चाहिए|इसके लिए उन्हें बकरी पालन से सम्बंधित जानकारी हासिल कर लेना चाहिए|मुनाफा के ख्याल से जमनापारी, बीटल, बरबेरी, उस्मानावादी, ब्लैक बंगाल, सुरती, मालवारी, तथा गुजराती आदि विभिन्न प्रजाति की बकरियां पैदावार के ख्याल से अच्छी नस्ल की समझी जाती है|तो आइए बिना देर किए हुए बकरी पालन रोजगार को अपनाकर बेरोजगारी मिटाएँ|अगर बेहतर तरीके से बकरी पालन करेंगे तो सरकार भी मदद करती है जिसमे अनुदान भी देती है|
ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरी
तो आइए अच्छे नस्ल की बकरी की पहचान कर बकरी पालन रोजगार शुरू कर सकते है|ये सभी नस्ल की बकरियों में उत्पादन क्षमता अधिक होती है|ब्यांत के बाद बहुत कम समय में गर्भधारण कर लेती है जिससे किसानों को हमेशा आय का स्रोत बना रहता है|विशेष जानकारी के लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (R SETI)कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं|यह संस्थान निःशुल्क प्रशिक्षण देती है|यहाँ से प्रशिक्षण लेने के बाद सुनियोजित तरीके से बकरी पालन रोजगार अपनाकर आर्थिक खुशहाली ला सकते हैं| बकरी पालन रोजगार को बढ़ावा के लिए सरकार की योजना संचालित है जिसमे अनुदान की सुविधा का लाभ ले सकते हैं|स्वयं का लागत से भी बकरी पालन का रोजगार शुरू कर सकते हैं|